धन उगाहना 15 सितंबर, 2024 – 1 अक्टूबर, 2024
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1
মরু ও সঙ্ঘ
টেলি বই
শরদিন্দু বন্দ্যোপাধ্যায়
করিয়া
নির্বাণ
হইয়া
তাহার
হইতে
নির্বাণের
ইতি
উচণ্ড
হইল
স্থবির
লাগিল
ইতির
ভিক্ষু
করিতে
তাঁহার
সঙ্ঘ
করিল
পড়িল
চক্ষু
ন্যায়
প্রবেশ
করিলেন
বলিল
বলিলেন
সঙ্ঘের
স্থবিরের
কহিলেন
সঙেঘর
তাহা
পানে
করিয়াছে
বসিয়া
বুদ্ধের
মরুভূমির
লইয়া
হইতেছে
উঠিল
খেলা
দৃষ্টি
নিজ
নির্বাণকে
বৎসর
রহিল
সহিত
হইয়াছে
অধর
আরম্ভ
উচণ্ডের
করিতেছে
কেহ
भाषा:
bengali
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